मैं तो मौत से खेलने वाला इंसान था मोहब्बत से रूबरू करवाया तुमने मैं तो मौत से खेलने वाला इंसान था मोहब्बत से रूबरू करवाया तुमने
आलस-सुस्ती को तजकर, ध्यान से सफलता पाएं, विशिष्ट आप हैं विशेष योजनाएं बनाएं। आलस-सुस्ती को तजकर, ध्यान से सफलता पाएं, विशिष्ट आप हैं विशेष योजनाएं बनाएं।
जात पात और धर्म बैठे तराजू की एक ओर हैं, समझ नहीं आता दूसरी ओर बैठा कौन है। जात पात और धर्म बैठे तराजू की एक ओर हैं, समझ नहीं आता दूसरी ओर बैठा कौन है।
उम्र का सूरज अब, ढलान पर जा रहा है। लगता है कि बुढ़ापा आ रहा है। उम्र का सूरज अब, ढलान पर जा रहा है। लगता है कि बुढ़ापा आ रहा है।
कविता है तो कवि है ,कवि है तो कविता जीवन की लय समझाती है जीवन सरिता। मधुरिम मधुरिम कविता है तो कवि है ,कवि है तो कविता जीवन की लय समझाती है जीवन सरिता। म...